अक्षय तृतीया, जिसे अखा तीज भी कहते हैं, हिंदू धर्म में सबसे शुभ दिनों में से एक है। इस दिन बिना पंचांग देखे कोई भी शुभ कार्य किया जा सकता है। खासकर सोना खरीदना इस दिन बेहद फलदायक होता है, क्योंकि यह समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। इस लेख में हम जानेंगे:
- अक्षय तृतीया 2025 की तारीख और मुहूर्त
- पूजन विधि
- सोना खरीदने का राशि अनुसार शुभ समय
अक्षय तृतीया 2025 की तारीख और समय
- तारीख: बुधवार, 30 अप्रैल 2025
- तृतीया तिथि प्रारंभ: 29 अप्रैल, शाम 3:24 बजे
- तृतीया तिथि समाप्त: 30 अप्रैल, दोपहर 1:32 बजे
इस पूरे समय में पूजा और खरीदारी शुभ मानी जाती है, लेकिन कुछ खास लग्न और राशियों के अनुसार समय और भी लाभकारी हो सकते हैं।
राशि अनुसार सोना खरीदने का शुभ समय
अगर आप ज्योतिष में विश्वास करते हैं, तो अपनी राशि अनुसार सोना खरीदना और भी शुभ फल दे सकता है। नीचे सभी 12 राशियों के लिए अनुशंसित समय दिए गए हैं:
| राशि | शुभ समय (29 अप्रैल 2025) | सुझाव |
|---|---|---|
| मेष (Aries) | सुबह 6:00 AM – 8:00 AM | आत्मविश्वास और सफलता में वृद्धि |
| वृषभ (Taurus) | सुबह 8:00 AM – 10:00 AM | धन और भौतिक सुखों में वृद्धि |
| मिथुन (Gemini) | दोपहर 12:00 PM – 1:30 PM | बुद्धि व संचार कौशल में लाभ |
| कर्क (Cancer) | सुबह 10:00 AM – 12:00 PM | परिवारिक सुख व संपत्ति में लाभ |
| सिंह (Leo) | सुबह 6:00 AM – 7:30 AM | नेतृत्व और मान-सम्मान बढ़ेगा |
| कन्या (Virgo) | सुबह 9:00 AM – 11:00 AM | स्वास्थ्य और सेवाओं में सुधार |
| तुला (Libra) | दोपहर 12:00 PM – 2:00 PM | व्यापारिक सौदे फायदेमंद रहेंगे |
| वृश्चिक (Scorpio) | सुबह 7:00 AM – 9:00 AM | रहस्यात्मक विषयों में सफलता |
| धनु (Sagittarius) | दोपहर 1:00 PM – 3:00 PM | धार्मिक कार्यों में लाभ |
| मकर (Capricorn) | सुबह 6:30 AM – 8:30 AM | करियर और नौकरी में सफलता |
| कुंभ (Aquarius) | सुबह 10:30 AM – 12:30 PM | निवेश के लिए शुभ समय |
| मीन (Pisces) | सुबह 9:30 AM – 11:30 AM | भावनात्मक स्थिरता व संतोष |
नोट: यदि उपरोक्त समय में खरीदारी संभव न हो, तो मुख्य शुभ मुहूर्त में भी खरीदारी कर सकते हैं।
अक्षय तृतीया पूजन विधि (सरल तरीका)
आवश्यक सामग्री:
- गंगाजल, फूल, अक्षत, दीपक, धूप, मिठाई, तुलसी पत्र, पीला वस्त्र, सोना/नया सामान
पूजा प्रक्रिया:
- प्रात: स्नान करके साफ वस्त्र धारण करें।
- भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी की मूर्ति स्थापित करें।
- दीपक जलाएं, पुष्प और अक्षत अर्पित करें।
- “ॐ श्री लक्ष्म्यै नमः” और “ॐ विष्णवे नमः” मंत्र का जप करें।
- प्रसाद अर्पित करें और आरती करें।
- अंत में परिवार सहित पूजन कर दान करें।
क्या करें – क्या न करें (Dos & Don’ts)
✔️ करें:
- सोना, चांदी या नया सामान खरीदें
- ब्राह्मण या जरूरतमंद को दान दें
- नया व्यापार या निवेश प्रारंभ करें
❌ न करें:
- झूठ बोलना, अपशब्द कहना
- आलस्य या क्रोध करना
- किसी का अपमान करना
निष्कर्ष
अक्षय तृतीया 2025 न केवल परंपरा का दिन है, बल्कि भविष्य की समृद्धि के बीज बोने का भी अवसर है। यदि आप इस दिन राशि अनुसार शुभ समय में सोना खरीदते हैं, तो यह न केवल आर्थिक रूप से बल्कि आध्यात्मिक दृष्टि से भी आपके लिए शुभ होगा। पूजा विधि का पालन करके आप अपने जीवन में सुख-समृद्धि और सौभाग्य को आमंत्रित कर सकते हैं।
