महाराष्ट्र के 7 Famous Ganesh Ji Mandir

महाराष्ट्र के 7 Famous Ganesh Ji Mandir | Ganesh Chaturthi 2025 Celebration

Ganesh Chaturthi 2025 का पर्व पूरे भारत में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाएगा, लेकिन महाराष्ट्र (Maharashtra) में इसका महत्व सबसे अधिक है। यहां गणपति बप्पा के कई प्रसिद्ध मंदिर (Famous Ganesh Mandir) स्थित हैं, जहां हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन और पूजा करने आते हैं। अगर आप इस बार Ganesh Chaturthi 2025 Celebration in Maharashtra को खास बनाना चाहते हैं, तो इन 7 Famous Ganesh Ji Mandir की यात्रा जरूर करें।

1. सिद्धिविनायक मंदिर (Siddhivinayak Temple, Mumbai)

मुंबई का सिद्धिविनायक मंदिर (Famous Ganesh Temple in Mumbai) गणपति भक्तों का सबसे बड़ा आस्था केंद्र है। यहां की मान्यता है कि बप्पा हर सच्चे मन से मांगी गई मुराद पूरी करते हैं। Ganesh Chaturthi 2025 के अवसर पर यहां लाखों भक्त दर्शन के लिए आते हैं।

  • स्थान: प्रभादेवी, मुंबई
  • स्थापना: 1801 ईस्वी में लक्ष्मण विठ्ठू और देउबाई पाटिल ने कराई थी।
  • खासियत: मंदिर का गणेश जी का विग्रह बहुत छोटा है लेकिन बेहद चमत्कारी माना जाता है। यह मंदिर बॉलीवुड सेलिब्रिटी और नेताओं की आस्था का प्रमुख केंद्र है।
  • Ganesh Chaturthi 2025: यहां 10 दिन तक भव्य उत्सव होगा और लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए लाइन में लगते हैं।

2. दगडूशेठ हलवाई गणपति (Dagdusheth Halwai Ganpati, Pune)

पुणे का यह मंदिर (Famous Ganesh Mandir in Pune) अपनी भव्यता और सजावट के लिए जाना जाता है। Ganesh Chaturthi पर यहां का उत्सव पूरे महाराष्ट्र में विशेष आकर्षण का केंद्र होता है।

  • स्थान: पुणे, महाराष्ट्र
  • इतिहास: दगडूशेठ हलवाई ने अपने बेटे की मृत्यु के बाद इस मंदिर की स्थापना की थी।
  • खासियत: यहां की गणेश प्रतिमा लगभग 7.5 फीट ऊँची और 4 फीट चौड़ी है। प्रतिमा पर हमेशा सोने-चांदी के गहनों से सजावट होती है।
  • Ganesh Chaturthi 2025: इस बार सजावट और झांकी देखने के लिए देश-विदेश से भक्त आएंगे।

3. अष्टविनायक गणपति मंदिर (Ashtavinayak Temples, Maharashtra)

अष्टविनायक दर्शन (Ashtavinayak Darshan in Maharashtra) में आठ प्रमुख गणेश मंदिर आते हैं। माना जाता है कि जीवन में एक बार इन आठ मंदिरों का दर्शन करने से सभी दुख दूर हो जाते हैं।

  • स्थान: पुणे से 20–110 किमी के बीच 8 मंदिर फैले हुए हैं।
  • मंदिरों के नाम:
    1. मोरेश्वर (मोरेगांव)
    2. सिद्धिविनायक (सिद्धटेक)
    3. बल्लाळेश्वर (पाली)
    4. वरदविनायक (महड)
    5. चिंतामणि (थेर)
    6. गिरिजात्मक (लेण्याद्री)
    7. विघ्नहर (ओझर)
    8. महागणपति (रंजनगांव)
  • खासियत: माना जाता है कि जीवन में एक बार सभी 8 मंदिरों के दर्शन करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
  • Ganesh Chaturthi 2025: यहां हजारों भक्त अष्टविनायक यात्रा करेंगे।

4. चिंतामणि गणपति (Chintamani Ganesh, Theur)

यह मंदिर अष्टविनायक गणपति में से एक है। भक्त मानते हैं कि यहां गणेश जी सभी चिंताओं को दूर कर देते हैं। Ganesh Chaturthi 2025 में यह मंदिर विशेष सजावट और भक्ति का अनुभव देता है।

  • स्थान: थेउर, पुणे के पास
  • इतिहास: कथा के अनुसार, ऋषि कपालेश्वर ने गणेश जी को यहां पूजा था और उन्होंने भक्तों की चिंताओं को दूर करने का वरदान दिया।
  • खासियत: यहां गणपति का नाम “चिंतामणि” पड़ा क्योंकि वे हर चिंता हर लेते हैं।
  • Ganesh Chaturthi 2025: विशेष आरती और भंडारे का आयोजन होगा।

5. बल्लाळेश्वर गणपति (Ballaleshwar, Pali)

पाली स्थित यह मंदिर भी अष्टविनायक में गिना जाता है। यहां गणेश जी को “बल्लाळेश्वर” के नाम से पूजा जाता है। Ganesh Chaturthi पर यहां का मेला हजारों भक्तों को आकर्षित करता है।

  • स्थान: रायगढ़ जिले के पाली गांव में
  • इतिहास: एक भक्त बल्लाळ की कठोर तपस्या से प्रसन्न होकर गणेश जी ने यहां प्रकट होकर निवास किया, इसलिए इन्हें बल्लाळेश्वर कहा गया।
  • खासियत: यह अष्टविनायक का एकमात्र मंदिर है जिसका नाम किसी भक्त पर रखा गया है।
  • Ganesh Chaturthi 2025: यहां बड़ा मेला और शोभा यात्रा होगी।

6. महागणपति मंदिर (Mahaganapati, Ranjangaon)

रंजनगांव का यह मंदिर गणेश जी के विशाल रूप को समर्पित है। इसे अष्टविनायक में सबसे शक्तिशाली गणपति का रूप माना जाता है।

  • स्थान: रंजनगांव, पुणे जिला
  • इतिहास: यहां भगवान शिव ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध करने से पहले गणेश जी की पूजा की थी।
  • खासियत: यहां गणेश जी का 10 फीट ऊँचा विशाल विग्रह “महागणपति” कहलाता है।
  • Ganesh Chaturthi 2025: भक्त विशेष पूजन और रात्रि जागरण करेंगे।

7. मोरेश्वर गणपति (Moreshwar, Morgaon)

मोरेगांव का मोरेश्वर गणपति मंदिर (Moreshwar Ganesh Mandir) अष्टविनायक यात्रा का पहला पड़ाव है। यहां से भक्त अपनी यात्रा की शुरुआत करते हैं।

  • स्थान: पुणे जिले का मोरेगांव
  • इतिहास: यह अष्टविनायक यात्रा का पहला मंदिर है। माना जाता है कि गणेश जी ने यहां मोर (Peacock) पर सवारी की थी, इसलिए इन्हें मोरेश्वर कहा जाता है।
  • खासियत: मंदिर शिल्पकला और आध्यात्मिक वातावरण के लिए प्रसिद्ध है।
  • Ganesh Chaturthi 2025: भक्त अपनी अष्टविनायक यात्रा की शुरुआत यहीं से करेंगे।

निष्कर्ष

अगर आप Ganesh Chaturthi 2025 में महाराष्ट्र घूमने जा रहे हैं तो इन 7 Famous Ganesh Ji Mandir का दर्शन जरूर करें। हर मंदिर की अपनी अलग कहानी, महत्व और चमत्कार है। यह यात्रा न केवल धार्मिक अनुभव देती है बल्कि आध्यात्मिक शांति भी प्रदान करती है।

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