सनातन धर्म में भगवान गणेश जी को प्रथम पूज्य, विघ्नहर्ता और मंगलमूर्ति कहा जाता है। किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत से पहले गणेश जी की पूजा करने की परंपरा है। श्री गणेश जी के अनेक नाम हैं, लेकिन उनमें से 108 नामावली का विशेष महत्व माना गया है।
कहा जाता है कि जो भक्त श्रद्धा और विश्वास के साथ गणेश जी के 108 नामों का जाप करता है, उसके जीवन से विघ्न-बाधाएँ दूर हो जाती हैं और हर कार्य में सफलता प्राप्त होती है।
108 का महत्व क्यों?
संस्कृत और वैदिक परंपरा में 108 संख्या अत्यंत पवित्र मानी गई है।
- माला में 108 मनके होते हैं।
- ज्योतिष में 12 राशियाँ और 9 ग्रह – 12 × 9 = 108।
- योग और ध्यान में 108 बार मंत्र जाप विशेष फलदायी होता है।
इसी प्रकार गणेश जी के 108 नाम उनकी शक्तियों और स्वरूप का प्रतिनिधित्व करते हैं।
श्री गणेश जी के 108 नामावली
नीचे दी गई सूची में गणेश जी के 108 पवित्र नाम दिए गए हैं। भक्त इनका पाठ या जाप सुबह या किसी भी शुभ अवसर पर कर सकते हैं।
- ॐ वक्रतुंडाय नमः
- ॐ एकदंताय नमः
- ॐ कृष्णपिङ्गाक्षाय नमः
- ॐ गजवक्त्राय नमः
- ॐ लंबोदराय नमः
- ॐ विकटाय नमः
- ॐ विघ्नराजाय नमः
- ॐ धूम्रवर्णाय नमः
- ॐ भालचन्द्राय नमः
- ॐ विनायकाय नमः
- ॐ गणपतये नमः
- ॐ द्वैमातुराय नमः
- ॐ मूषकवाहनाय नमः
- ॐ सर्वेश्वराय नमः
- ॐ सुमुखाय नमः
- ॐ सर्वज्ञाय नमः
- ॐ कपिलाय नमः
- ॐ गजकर्णकाय नमः
- ॐ लम्बतुण्डाय नमः
- ॐ शूर्पकर्णाय नमः
- ॐ हेरम्बाय नमः
- ॐ स्कन्दाग्रजाय नमः
- ॐ अव्ययाय नमः
- ॐ पूताय नमः
- ॐ दक्षाय नमः
- ॐ अद्भुताय नमः
- ॐ अप्रमेयाय नमः
- ॐ स्वयम्भुवे नमः
- ॐ आदिगणपतये नमः
- ॐ धूम्रकेतवे नमः
- ॐ गणाध्यक्षाय नमः
- ॐ भालचन्द्राय नमः
- ॐ गिरिजात्मजाय नमः
- ॐ आचार्याय नमः
- ॐ वृषपटये नमः
- ॐ सिद्धिदाय नमः
- ॐ सर्वसिद्धिप्रदाय नमः
- ॐ शर्वतनयाय नमः
- ॐ सर्वेश्वराय नमः
- ॐ ओजस्विने नमः
- ॐ अपराजिताय नमः
- ॐ क्रीडाप्रियाय नमः
- ॐ कृतिनये नमः
- ॐ द्योतमानाय नमः
- ॐ द्रुताय नमः
- ॐ शूराय नमः
- ॐ सर्वप्रभवे नमः
- ॐ अव्यक्ताय नमः
- ॐ शुद्धमूर्तये नमः
- ॐ शान्ताय नमः
- ॐ सर्वेश्वराय नमः
- ॐ अक्षमालाधराय नमः
- ॐ वरदमूर्तये नमः
- ॐ विद्याप्रदाय नमः
- ॐ बुद्धिप्रियाय नमः
- ॐ विद्याधिपतये नमः
- ॐ सर्वतन्त्रस्वरूपिणे नमः
- ॐ सर्वकामप्रदाय नमः
- ॐ सर्वमंगलदाय नमः
- ॐ शाश्वताय नमः
- ॐ सर्वेश्वराय नमः
- ॐ वरप्रदाय नमः
- ॐ वागीश्वराय नमः
- ॐ ध्यानगम्याय नमः
- ॐ अगम्याय नमः
- ॐ त्रयीमूर्तये नमः
- ॐ अनन्ताय नमः
- ॐ विश्वेश्वराय नमः
- ॐ नित्याय नमः
- ॐ श्रीपतये नमः
- ॐ समस्तजगद्वन्द्याय नमः
- ॐ सर्वलोकमहेश्वराय नमः
- ॐ सर्वविघ्नहराय नमः
- ॐ सर्वपापप्रणाशनाय नमः
- ॐ भक्तवत्सलाय नमः
- ॐ अनन्तचिद्रूपाय नमः
- ॐ अचिन्त्याय नमः
- ॐ सर्वमंगलकराय नमः
- ॐ चतुरभुजाय नमः
- ॐ नीलकण्ठाय नमः
- ॐ पीताम्बरधराय नमः
- ॐ गजवक्त्राय नमः
- ॐ हरसूनवे नमः
- ॐ पार्वतीप्रियाय नमः
- ॐ ईशपुत्राय नमः
- ॐ महागणपतये नमः
- ॐ विश्ववन्द्याय नमः
- ॐ शिवप्रियाय नमः
- ॐ लोकनाथाय नमः
- ॐ सर्वपालकाय नमः
- ॐ सर्वकर्त्रे नमः
- ॐ सर्वसंहारकाय नमः
- ॐ सर्वानन्ददाय नमः
- ॐ सर्वसिद्धिप्रदाय नमः
- ॐ योगाधिपतये नमः
- ॐ दयानिधये नमः
- ॐ भूतिकर्त्रे नमः
- ॐ सर्वेश्वराय नमः
- ॐ गणाधिपाय नमः
- ॐ भुवनपतये नमः
- ॐ जगत्कर्त्रे नमः
- ॐ जगदाधिपतये नमः
- ॐ विघ्नेश्वराय नमः
- ॐ सिध्देश्वराय नमः
- ॐ आद्याय नमः
- ॐ अनाद्याय नमः
- ॐ शाश्वताय नमः
- ॐ श्री गणेशाय नमः
108 नामों के जप के लाभ
- विघ्नों का नाश – गणेश जी विघ्नहर्ता हैं, उनका नाम लेने से बाधाएँ दूर होती हैं।
- सफलता प्राप्ति – 108 नामावली का पाठ करने से कार्यों में सफलता मिलती है।
- धन-संपत्ति की वृद्धि – जीवन में समृद्धि और ऐश्वर्य का आशीर्वाद मिलता है।
- स्वास्थ्य लाभ – मानसिक शांति और शारीरिक शक्ति में वृद्धि होती है।
- आध्यात्मिक उन्नति – आत्मबल और ध्यान शक्ति बढ़ती है।
108 नामावली जाप का सही तरीका
- सुबह स्नान के बाद स्वच्छ मन से गणेश जी का ध्यान करें।
- दीपक और धूप जलाएँ।
- लाल या पीले फूल गणेश जी को अर्पित करें।
- 108 नामों का शांत मन से उच्चारण करें।
- अंत में गणपति बप्पा मोरया का उद्घोष करें।
निष्कर्ष
गणेश जी के 108 नामों की नामावली का पाठ मात्र करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। यह नाम न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान करते हैं, बल्कि हर विघ्न को दूर कर सफलता की राह भी प्रशस्त करते हैं।
इसलिए हर भक्त को चाहिए कि वह प्रतिदिन श्रद्धा से गणेश जी की 108 नामावली का जाप करे और उनके आशीर्वाद से जीवन को मंगलमय बनाए।
गणपति बप्पा मोरया! मंगलमूर्ति मोरया!
Also Read: Ganesh Chaturthi 2025: शुभ तिथि, पूजा मुहूर्त, गणपति स्थापना विधि और Visarjan Date
FAQs
सुबह स्नान के बाद या गणेश चतुर्थी जैसे शुभ अवसर पर।
हाँ, रोज़ाना करने से जीवन में निरंतर सकारात्मक ऊर्जा और सफलता मिलती है।
जी हाँ, लेकिन 108 नामावली का जाप सबसे पूर्ण और फलदायी माना जाता है।
विघ्न-बाधाओं से मुक्ति, सफलता, धन, सुख-शांति और ईश्वर कृपा।