2025 में केदारनाथ धाम में दर्शन के लिए टोकन सिस्टम का उपयोग किया जाएगा ताकि भीड़ का सही प्रबंधन हो सके और सभी यात्रियों को व्यवस्थित तरीके से दर्शन का मौका मिल सके।
यह रहा पूरा विवरण:
केदारनाथ दर्शन के लिए टोकन सिस्टम 2025
1. पंजीकरण (Registration) अनिवार्य:
- केदारनाथ यात्रा के लिए सबसे पहले उत्तराखंड सरकार के आधिकारिक पोर्टल या यात्रा काउंटर पर पंजीकरण कराना होगा।
- ऑनलाइन पोर्टल: https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/
2. टोकन कहाँ से मिलेगा?
- पंजीकरण के बाद यात्रा मार्ग पर कई स्थानों पर टोकन काउंटर बनाए गए हैं जैसे:
- सोनप्रयाग
- गौरीकुंड
- फाटा
- गुप्तकाशी
- इन जगहों से आप फ्री टोकन ले सकते हैं।
- QR कोड या स्मार्ट कार्ड के रूप में टोकन जारी होगा।
3. टोकन में क्या होगा?
- दर्शन का समय स्लॉट (Time Slot) दिया जाएगा।
- हर दिन दर्शन के लिए सीमित संख्या में टोकन जारी किए जाएंगे, ताकि भीड़ नियंत्रित रहे।
- टोकन पर यात्री का नाम, ID नंबर, और दर्शन का समय लिखा होगा।
4. दर्शन कैसे होंगे?
- तय समय पर ही टोकन के आधार पर श्रद्धालु मंदिर परिसर में प्रवेश कर सकेंगे।
- बिना टोकन वालों को प्रवेश नहीं मिलेगा।
- दर्शन प्रक्रिया को तेज और सुरक्षित बनाने के लिए बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन भी हो सकता है।
5. कुछ महत्वपूर्ण बातें:
- टोकन केवल एक दिन के लिए वैध रहेगा।
- भीड़ बढ़ने पर बिना टोकन दर्शन असंभव हो सकता है, इसलिए पहले से टोकन लेना जरूरी है।
- समय से पहले दर्शन स्थल पर पहुंचना चाहिए ताकि स्लॉट न छूटे।
टोकन सिस्टम से फायदे
- कम भीड़भाड़: भीड़ नियंत्रित रहती है, जिससे भगदड़ जैसी घटनाओं से बचाव होता है।
- सुव्यवस्थित दर्शन: हर यात्री को उचित समय पर दर्शन का अवसर मिलता है।
- यात्रियों की सुरक्षा: स्वास्थ्य और आपातकालीन प्रबंधन आसान होता है।
- ट्रैकिंग: किसी भी आपात स्थिति में यात्री आसानी से ट्रैक किए जा सकते हैं।
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