केदारनाथ धाम, उत्तराखंड के चार धामों में से एक प्रमुख तीर्थ स्थल है, जो हर वर्ष सीमित अवधि के लिए श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु खुलता है। वर्ष 2025 में केदारनाथ मंदिर के कपाट खोलने और बंद करने की तिथियाँ निम्नलिखित हैं:
केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने की तिथि
- तिथि: 2 मई 2025 (गुरुवार)
- समय: सुबह 7:00 बजे
- महा शिवरात्रि के अवसर पर, उखीमठ स्थित श्री ओंकारेश्वर मंदिर में पंचांग के अनुसार यह तिथि घोषित की गई थी।
केदारनाथ मंदिर के कपाट बंद होने की तिथि
- तिथि: 3 नवंबर 2025 (सोमवार)
- समय: सुबह 8:30 बजे
- दीपावली के दो दिन बाद, भाई दूज के दिन, मंदिर के कपाट विधिवत बंद किए जाएंगे।
प्रमुख धार्मिक कार्यक्रम और यात्रा विवरण
- 27 अप्रैल 2025: उखीमठ में श्री भैरवनाथ जी की पूजा।
- 28 अप्रैल 2025: पंचमुखी भोगमूर्ति की उखीमठ से गुप्तकाशी के लिए प्रस्थान।
- 29 अप्रैल 2025: गुप्तकाशी से फाटा के लिए प्रस्थान।
- 30 अप्रैल 2025: फाटा से गौरीकुंड के लिए प्रस्थान।
- 1 मई 2025: गौरीकुंड से केदारनाथ धाम के लिए प्रस्थान।
- 2 मई 2025: केदारनाथ मंदिर के कपाट सुबह 7:00 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे।
केदारनाथ मंदिर के दर्शन और पूजा के समय
- प्रातः कालीन आरती: 4:00 AM – 7:00 AM
- प्रातः दर्शन: 7:00 AM – 3:00 PM
- मंदिर बंद (दोपहर): 3:00 PM – 5:00 PM
- संध्या दर्शन: 5:00 PM – 7:00 PM
- संध्या आरती: 6:00 PM – 7:30 PM
यात्रा के लिए महत्वपूर्ण सुझाव
- पंजीकरण: उत्तराखंड सरकार के पोर्टल पर यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य है।
- सर्वोत्तम यात्रा समय: मई से जून और सितंबर से अक्टूबर के बीच का समय उपयुक्त है।
- मौसम: दिन में तापमान 10–15°C और रात में 0–5°C तक हो सकता है; गर्म कपड़े, रेनकोट और मजबूत जूते अवश्य साथ रखें।
- आवास: फाटा, सीतापुर या गौरीकुंड में अग्रिम बुकिंग करें।
केदारनाथ यात्रा का आध्यात्मिक महत्व
केदारनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यह मंदिर हिमालय की गोद में स्थित है और यहाँ की यात्रा आध्यात्मिक शांति और आत्मिक अनुभव प्रदान करती है। मंदिर के पास आदि शंकराचार्य की समाधि भी स्थित है, जो इस स्थल की धार्मिक महत्ता को और बढ़ाती है।
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